
गुंडरदेही: बालोद जिले के गुंडरदेही उप रजिस्टार कार्यालय में उस समय हड़कंप मच गया जब एक किसान ने राजस्वा काम में लेटलतीफी के चलते क्षुब्ध होकर उप रजिस्टार कार्यालय में जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। पूरा मामला गुंडरदेही का है जहाँ रजिस्ट्रार कार्यालय में भूमि सम्बंधित दस्तावेजों की त्रुटि में सुधार करवाने आये किसान ने जहर खाने की कोशिश की। लोगों के बचाव करने पर किसान के आँख में जहर चला गया जिसे आनन् फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुंडरदेही लाया गया जहाँ उसका इलाज जारी है। मिली जानकारी के अनुसार किसान पत्नी के जमीन के कागजात में त्रुटि को सुधरवाने के लिए बार बार राजस्वा कार्यालय का चक्कर काट परेशान होकर किसान ने यह कदम उठाया। किसान का नाम रामकुमार है. फिलहाल गुंडरदेही पुलिस मामले की जांच में जुटी है। घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय विधायक कुंवर सिंह निषाद ने पीड़ित किसान से हॉस्पिटल पहुंचकर हालचाल जाना। वही इस पूरे मामले में उप पंजीयक शशि पात्रे का कहना है कि किसान पहली बार मेरे पास आया है. बिना दस्तावेज दिखाए मुझे पंजीयन करने का दबाव बनाया। उप पंजीयक ने इसकी जानकारी उच्च अधिकारी को सूचना दी है वही गुंडरदेही थाने में प्राथमिकी दर्ज कराया गया है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दी स्पष्ट चेतावनी
दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि राजस्व अभिलेखों में त्रुटि के लिए संबंधित अधिकारी या कर्मचारी जिम्मेदार माने जाएंगे। यदि किसी अधिकारी के लॉगिन से गलत प्रविष्टि हुई है, तो उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने रायगढ़ में सुशासन तिहार के अंतर्गत आयोजित समीक्षा बैठक में यह स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि लोगों की जमीन, खेती, या अन्य दस्तावेजों में त्रुटि की वजह से जनता का प्रशासन पर से भरोसा न टूटे, इसके लिए जरूरी है कि राजस्व प्रणाली को जवाबदेह बनाया जाए।