
रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य की राजभाषा छत्तीसगढ़ी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर एमए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन ने पदयात्रा निकाली. यात्रा रायपुर के तेलीबांधा तालाब से शुरू होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए रायपुर प्रेस क्लब पहुंचकर प्रेस वार्ता के साथ समाप्त हुई। इस यात्रा का उद्देश्य छत्तीसगढ़ी भाषा की अस्मिता को उसकी असली ताकत और सम्मान दिलाना है. छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ऋतुराज साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ी को राजभाषा बने 15 वर्ष से ज्यादा हो गए, लेकिन छत्तीसगढ़ी को पूर्ण रूप से राजभाषा का दर्जा अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है. राज्य में नई शिक्षा नीति मातृभाषा और स्थानीय बोली भाषा में पढ़ाई जानी है, लेकिन अभी तक स्कूली शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ी का पाठ्यक्रम निर्माण नहीं कर पाया है.