Adani: भारतीय अरबपति और अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी के लिए 21 नवंबर का दिन बड़ी मुसीबत लेकर आया. दरअसल, गौतम अडानी पर अमेरिका में गंभीर आरोप लगाए गए हैं. हालांकि कंपनी ने अमेरिकी कोर्ट के आरोपों से इनकार किया है।
अडानी की बढ़ी मुश्किलें
अदाणी समूह के शेयरों में भारी गिरावट के बाद बाजार टूटने के साथ ही निवेशकों की संपत्ति बृहस्पतिवार को 5.27 लाख करोड़ रुपए घट गई। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 422.59 अंक गिरकर 77,155.79 अंक पर बंद हुआ। दिन के कारोबार के दौरान यह 775.65 अंक या 0.99 प्रतिशत गिरकर 76,802.73 अंक पर आ गया था। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5,27,767.57 करोड़ रुपये घटकर 4,25,38,908.01 करोड़ रुपये (5.04 लाख करोड़ डॉलर) रह गया।
झटके में डूबे 5.35 लाख करोड़
क्या है पूरा मामला- दरअसल, न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में सुनवाई के दौरान गौतम अडानी की कंपनी पर US में निवेशकों के साथ धोखाधड़ी करने और एक सोलर एनर्जी कॉन्ट्रेक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को मोटा रिश्वत देने का आरोप लगाया गया है। आरोप है कि 2020 से 2024 के बीच अडानी ग्रीन और एज्योर पावर ग्लोबल को ये सोलर प्रोजेक्ट दिलाने के लिए गलत रूट से भारतीय अधिकारियों 265 मिलियन डॉलर (करीब 2236 करोड़ रुपये) को रिश्वत दी गई। यही नहीं, कहा जा रहा है कि रिश्वत वाली बात अमेरिकी कंपनी यानी एज्योर पावर ग्लोबल से छुपाई गई। इस कॉन्ट्रेक्ट के जरिए 20 साल में दो अरब डॉलर से ज्यादा मुनाफे का अनुमान लगाया गया था और इसका लाभ लेने के लिए झूठे दावे करते हुए लोन और बॉन्ड्स जुटाए गए।