
Teak smuggling case
बुधनी: प्रदेश में लकड़ी तस्करों के हौसले बुलंद है। वन परिक्षेत्र से घिरे होने की वजह से कई कीमती लकड़ियां यहाँ पाई जाती है। ऐसा ही एक मामला बुधनी से आया जहाँ पिकअप वाहन में सागौन के गोले पाए गए। इस मामले में वन मंडल अधिकारी सीहोर को सूचना मिली थी की अवैध लकड़ी की तस्करी की जा रही है। जिस पर उपवन मंडल अधिकारी सुकृति ओसवाल के मार्गदर्शन में वन परिक्षेत्र अधिकारी प्रकाश उईके के द्वारा वन कर्मियों की टीम के साथ घेराबंदी कर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 146 बी वर्धमान फैक्ट्री के पास पिकअप वाहन की तलाशी लेने पर पिकअप वाहन में 27 नाग सागौन की सिल्लियां जो लाल रंग की पॉलिथीन में अलग-अलग पैक की गई थी जिनका अनुमानित बाजार मूल्य ₹50हजार बताया गया जप्त की गई।
तस्करी में उपयोग में लाये गए वाहन को जप्त कर वन परिक्षेत्र कार्यालय बुधनी प्रांगण में रखा गया है। तस्कर का नाम अंतिम राठौड़, गौतम कहार को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया वह यह लकड़ी नसरुल्लागंज से होशंगाबाद के ट्रांसपोर्ट पर ले जा रहे थे, उनके पास नसरुल्लागंज के एक फर्नीचर मार्ट का बिल बरामद किया है जिसमें लकड़ी का ब्यौरा स्पष्ट नहीं लिखा है.
आरोपियों के खिलाफ वनोंपज व्यापार अधिनियम 1969 की धारा 5,15,16 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण में आरोपियों के विरुद्ध न्यायालय करवाई तथा वाहन राजसात की कार्रवाई हेतु वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई है. इस कार्रवाई में उपवन मंडल अधिकारी सुकृति ओसवाल, वन परिक्षेत्र अधिकारी प्रकाश चंद्र उइके, वनपाल सुबोध वर्मा, केसर सिंह,मोहन पटेल, संदीप दुबे, हरि सिंह चौहान, जितेंद्र बेगा, एवं वाहन चालक अशोक गौर, संजय शर्मा, मनीष आमृवंशी की सराहनीय भूमिका रही.