मोक्षित कॉरपोरेशन कंपनी के डायरेक्टर शशांक चोपड़ा को एंटी करप्शन ब्यूरो और EOW की टीम ने आज CGMSC स्कैम मामले में गिरफ्तार कर एसीबी की विशेष कोर्ट में पेश किय। मामले में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने आरोपी को 7 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। जिसके बाद अब ACB/EOW आरोपी से 4 फरवरी तक रिमांड में पूछताछ करेगी।
कांग्रेस शासनकाल में स्वास्थ्य विभाग के CGMSC ने मोक्षित कॉरपोरेशन के माध्यम से छत्तीसगढ़ की राजकोष को किस तरह से खाली किया है ये महज दो साल की ‘ऑडिट ऑब्जर्वेशन रिपोर्ट’ में सामने आया था. ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक करोड़ों की गड़बड़ी की गई है. इस पूरे मामले को लेकर 660 करोड़ रुपए के गोल-माल को लेकर CAG ने ACS को पत्र लिखा था. लेखा परीक्षा की टीम की ओर से CGMSC की सप्लाई दवा और उपकरण को लेकर दस्तावेज को खंगाला गया तो कंपनी ने बिना बजट आवंटन के 660 करोड़ रुपये की खरीदी की थी, जिसे ऑडिट टीम ने पकड़ लिया था.