दुमका जिला के मसलिया में लुईस मराण्डी के नेतृत्व में भाजपा पार्टी के करीब दो सौ से भी ज्यादा कार्यकताओं ने भाजपा को छोड़कर झामुमो पार्टी का दामन थाम लिया है। दिनेश दत्ता, राजेन सिंह,संजय मंडल,अक्षय दास,सुभाष चन्द्र दास,जितेन दास आदि जैसे शीर्ष कार्यकर्ताओं के साथ साथ दौ सो से भी ज्यादा कार्यकर्ताओं ने झामूमो को अपनाया है। वही कार्यक्रताओं को सम्बोधित करते हुए जामा के झामुमो प्रत्याशी डॉक्टर लुईस मारण्डी भावुक हो उठी. सम्मलेन के दौरान लुईस मरांडी भाषण देते देते अचानक रो पड़ी उनका गला पूरी तरह से रूंध गया था। जैसे तैसे उन्होंने अपने आपको को संभाला।
दरअसल पूर्व भाजपा के मंत्री रह चुकी डॉक्टर लुईस मारण्डी और पूर्व सांसद के बीच टिकट को लेकर मन मुटाव चल रहा था। इसी दौरान भाजपा ने प्रत्याशी के तौर पर सुनील सोरेन को टिकट दे दिया। भाजपा से नाराज़ चल रही डॉक्टर लुईस मारण्डी ने झामुमो का दामन थाम लिया,और जामा विधानसभा से झामुमो पार्टी से चुनावी मैदान में है। इधर लुईस मारण्डी के झामुमो पार्टी में चले जाने से भाजपा के सक्रिय,कर्मठ कार्यकर्ताओं ने भी झामुमो में योगदान कर लिया। 200 से अधिक कार्यकर्ता के झामुमो में जाने से भाजपा को बहुत बड़ा नुकसान पहुँचा है। दुमका विधानसभा का एक महत्वपूर्ण इलाका मसलिया को माना जाता है,जहाँ के वोटर ही तय करते है,दुमका के इस हॉट शीट पर किनका नाम होगा।
वहीं मौके पर उपस्थित झामूमो के दुमका विधायक व पूर्व मंत्री बसंत सोरेन ने पूरे गर्म जोशी के साथ कार्यकर्ताओं को अपने पार्टी में शामिल किया। साथ ही हर सुख दुख में साथ देने का भरोसा दिया। वहीं इस कार्यक्रम के दौरान भाजपा छोड़कर आए लुईस मराण्डी अपने संम्बोधन मे भावुक होते हुए कहा कि मैंने 24 साल भाजपा को सींचने का काम किया।भाजपा का कहना है कि पार्टी में महिलाओं का सम्मान है,परन्तु आज वही भाजपा ने मुझे निराश किया।वहीं श्री सोरेन ने उनके ढाढ़स बांधते हुए कहा कि आप व आपके कार्यकर्ताओं को ये पार्टी सम्मान देगा।