
बिलासपुर: जिले के पचपेड़ी थाना अंतर्गत ग्राम ओखर में सर्प दंश से एक मासूम की मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ओखर निवासी लक्ष्मण पटेल परिवार सहित घर में सो रहे थे तभी रात करीब 2:30 बजे वह अपनी बच्ची के रोने की आवाज सुनकर उठे, इस दौरान उन्होंने पाया कि एक जहरीला सर्प बच्ची के निकट बैठा है और बच्ची को डस लिया है। आनन-फानन में परिवार एवं गांव वालों ने बच्ची को बिलासपुर सिम्स अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने परीक्षण के उपरांत उसे मृत घोषित कर दिया।
पचपेड़ी पुलिस मौके पर पहुंच मामले की जांच कर रही है साथ ही बच्ची का पोस्टमार्टम भी कराया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की आधिकारिक पुष्टि होगी। अचानक घटित इस घटना से परिवार सहित पूरे गांव में शोक की लहर है।

सर्पदंश से बचने हेतु उपाय :-
बरसात के दिनों में सर्प दंश की घटना बहुतायत में घटित होती है। बारिश में जल भराव के कारण जहरीले जीव घर में प्रवेश कर दंश कर लेते है। अतः सर्पदंश से बचने हेतु कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
01. रात को सोते समय बिस्तर की जांच कर लेवें साथ ही मच्छरदानी का प्रयोग करें।
02. जमीन पर सोने से बचे क्योंकि अधिकांश मामलों में सर्प दंश की घटना जमीन पर सोने के दौरान ही घटित होती है।
03. घर एवं बिस्तर के आसपास अनावश्यक रूप से कूड़ा कचरा एवं कबाड़ एकत्रित न होने दे।
04. सांप के द्वारा काट लेने पर धैर्य से काम लेवें, पीड़ित व्यक्ति भयभीत न करें क्योंकि डर के कारण रक्तचाप बढ़ जाता है और जहर तेजी से शरीर में फैलने लगता है।
5. फूंक झाड़, जड़ी बूटी एवं बैगा इत्यादि के चक्कर में न पड़े। सर्प दंश से पीड़ित व्यक्ति को बिना देरी किए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाए। साथ ही यह पुष्टि हो जाए कि काटने वाला सांप जहरीला है तब तुरंत पीड़ित को विषरोधी दवा (एंटीवेनम) देवें ताकि जहर का प्रभाव धीरे धीरे कम हो सके।
06. आजकल शासन द्वारा हर स्वास्थ केंद्र में सर्प की विषरोधी दवा निःशुल्क में उपलब्ध कराया जा रहा है। अतः उसका लाभ ले। आपका एक छोटा सा प्रयास व्यक्ति को सर्प दंश के शिकार से बचा सकता है।