
अजय सूर्यवंशी: जशपुर जिले में पत्थलगांव विकास खंड में जहां कभी नन्हे बच्चों के मुख से क, ख, ग की गूंज सुनाई देती थी, अब वहां गाय-भैंस की रंभाने की आवाजें आती हैं। दरअसल ,पत्थलगांव विकासखंड ग्राम कुकरगांव के शासकीय प्राथमिक शाला मोहनीपूरी में नौनिहालों की जगह अब मवेशियों का राज हो गया है. इस पाठशाला भवन में पढ़ाई-लिखाई की जगह अब केवल मवेशी चारा चबाने और दूध दुहने का काम होता है। करीब आठ साल पहले शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इस स्कूल को नजदीकी स्कूल में मर्ज कर दिया गया था, लेकिन इसे सील करने के बजाय “ओपन टू ऑल” छोड़ दिया गया। धीरे-धीरे एक ग्रामीण परिवार ने इसे अपना घर बना लिया, और बाकी जगह पर गाय-भैंसों ने डेरा जमा लिया। अब मामला उजागर होते ही शिक्षा विभाग में हलचल मच गई। विकासखंड शिक्षा अधिकारी विनोद पैंकरा ने कहा कि मामले की जानकारी मिलने के बाद जांच के आदेश दे दिए गए हैं। संकुल समन्वयक से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा, और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।