
छत्तीसगढ़ में युक्तियुक्तकरण (Rationalization) से प्रभावित शिक्षकों के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। नवीन पदस्थापन वाली शालाओं में कार्यभार ग्रहण न करने वाले शिक्षकों की अब वेतन पर रोक लगा दी गई है। शिक्षा संचालनालय (DPI) ने इस संबंध में सख्त आदेश जारी किया है। आदेश के मुताबिक, जब तक संबंधित शिक्षक अपनी नई नियुक्ति स्थल पर कार्यभार ग्रहण नहीं करते, तब तक उनका वेतन आहरण नहीं किया जाएगा।
दूरदराज पोस्टिंग – कई शिक्षकों को अपने घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर के ग्रामीण और दुर्गम इलाकों में पदस्थ किया गया है।
किन्हें नहीं मिलेगा वेतन?
ऐसे शिक्षक जिनकी काउंसिलिंग जिला, संभाग या राज्य स्तर पर की गई है और उन्हें नवीन शाला में पदस्थ किया गया है।
जो शिक्षक नई पोस्टिंग पर ज्वाइन नहीं कर रहे हैं।
केवल हाईकोर्ट से राहत प्राप्त शिक्षक इस आदेश से अभी बाहर रहेंगे।
DPI का निर्देश
DPI ने साफ किया है कि युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत अतिशेष शिक्षकों की समायोजन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसके बावजूद जो शिक्षक आदेश की अवहेलना कर रहे हैं, उनके खिलाफ आर्थिक कार्रवाई की जाएगी। इस आदेश से हजारों शिक्षकों पर असर पड़ सकता है, जो या तो दूरी या पारिवारिक कारणों से नई शाला में ज्वाइन नहीं कर पाए हैं।