
महिला पत्रकारों को दी सावन मास की बधाई
रायपुर: अम्बिका मिश्रा: कार्यक्रम केवल सांस्कृतिक नहीं, बल्कि संवाद और सशक्तिकरण का भी मंच बना। मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि सावन केवल एक ऋतु नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, सामाजिक एकता और नारी शक्ति का उत्सव है। उन्होंने पत्रकारिता में महिलाओं की भूमिका की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज महिलाएं सिर्फ खबर देने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि समाज को दिशा देने, पीड़ितों की आवाज़ बनने और नीति निर्माण में भी अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।

महिला एवं बाल विकास व समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने पावन सावन के अवसर पर अपने नवा रायपुर निवास पर महिला पत्रकारों के लिए एक खास सावन उत्सव समारोह का आयोजन किया। इस आयोजन में पारंपरिक अंदाज़ में ढेरों ठुमके, संगीत, नृत्य, और आत्मीय संवाद शामिल थे। पत्रकाराओं ने सावनी गीतों पर प्रस्तुति दी, जिसमें मंत्री भी शामिल होकर पूरी उमंग से झूम उठी।
महिला पत्रकारों ने सावन गीतों और नृत्यों के माध्यम से अपनी सांस्कृतिक भावनाओं को साझा किया, जिनमें मंत्री राजवाड़े ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। मंत्री राजवाड़े ने सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सावन के इस पावन माह में हमें सकारात्मक ऊर्जा और भाईचारे का संदेश फैलाना चाहिए कार्यक्रम में मेहँदी की रचनात्मक सजावट, सावन के झूले का आनंद और छत्तीसगढ़ी व्यंजनों—विशेषकर ‘फरा’—के स्वाद का आनंद लिया गया

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने इस अवसर पर कहा कि सावन माह सिर्फ धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि महिलाओं के सामूहिक उत्साह और समाज में ऊर्जा का प्रतीक भी है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण और सांस्कृतिक जागरूकता की बात करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन महिलाओं को आत्मविश्वास देने में सहायक होते हैं