रायपुर: शासन के समक्ष समायोजन का प्रस्ताव रखने सैकड़ों की सँख्या में बीएड प्रशिक्षित सहायक शिक्षक अंबिकापुर से राजधानी की ओर कूच कर गए हैं। सेवा-सुरक्षा की माँग को लेकर बी.एड. प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों की अम्बिकापुर से निकली ‘अनुनय यात्रा’ आज रायपुर पहुँच गई है। कटघोरा में दिन भर की रैली के पश्चात सड़कों पर संघर्षरत इन युवाओं का पिछला पड़ाव बिलासपुर रहा। बिलासपुर से पैदल चलते हुए अपने हक़ की मांग के लिए युवा मुख्यमंत्री से मिलने राजधानी पहुंचे है। खून जमा देने वाली ठण्ड में ये सहायक शिक्षक अपने हक़ के लिए खुले आसमान में भी रात बिताने को तैयार है।
ये है मामला
शिक्षक भर्ती परीक्षा (2023) में बीएड को प्राथमिक शिक्षण हेतु मान्य करते हुए सम्मिलित किया गया था। परीक्षाफल जारी किए जाने के बाद शिक्षा की गुणवत्ता का हवाला देते हुए सुप्रीम कोर्ट द्वारा NCTE 2018 का गजट ख़ारिज कर दिया गया। अब उच्चन्यायालय (बिलासपुर) द्वारा दो हफ़्तों के भीतर बीएड के स्थान पर डीएड को नियुक्ति देने का आदेश दिया गया है।
समायोजन की माँग को लेकर ‘अनुनय यात्रा’
ये सभी सहायक शिक्षक व्यापम की भर्ती परीक्षा में चयनित होकर नियमतः नियुक्त हुए हैं। सरगुजा और बस्तर संभाग में 15 महीने सेवाएँ देने के बाद इनकी सेवाएँ समाप्त की जारी हैं। इन अभ्यर्थियों का कहना है कि चयनित होकर इन्होंने अपनी योग्यता का प्रमाण दिया है, प्रशासनिक चूक की सज़ा इन्हें दी जा रही है। जबकि राज्य में विभिन्न विभागों में हज़ारों पद रिक्त हैं जहाँ योग्यता अनुसार इनका समायोजन किया जा सकता है। मुख्यमंत्री से यही निवेदन करने सैकड़ों की सँख्या में सहायक शिक्षक अम्बिकापुर से रायपुर तक की पैदल यात्रा कर रहे हैं।
विधायक का मिला आश्वासन
कोर्ट के फ़ैसले से हताश होकर मुख्यमंत्री से मिलकर निवेदन करने हेतु पदयात्रा कर रहे सहायक शिक्षकों ने अम्बिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल को ज्ञापन सौंपते हुए अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। विधायक महोदय द्वारा गम्भीरता पूर्वक विचार करते हुए शासन तक बात पहुँचाने का सकारात्मक आश्वासन दिया गया।
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