छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस में लगातार उठपटक की स्थिति बनी हुई है। खैरागढ़ राज परिवार में देवव्रत सिंह के निधन के बाद से खैरागढ़ राजपरिवार विवादों में घिरा रहा। और अब ठीक चुनाव के पहले इस विवाद ने नया रंग, ले लिया है. एक तरफ दिवंगत देवव्रत सिंह की पहली पत्नी पद्मा सिंह कांग्रेस का प्रचार कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर देवव्रत सिंह की दूसरी पत्नी पद्मा सिंह के प्रचार पर आपत्ति जताते हुए कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए मतदाताओं से भाजपा को मत देने की अपील की हैं.
बता दें कि खैरागढ़ के पूर्व विधायक राजा देवव्रत सिंह के निधन के बाद से उनकी पहली पत्नी पद्मा सिंह और दूसरी पत्नी विभा सिंह के बीच संपत्ति को लेकर विवाद चलता आ रहा है. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता होने के साथ राजनांदगांव से सांसद रहे देवव्रत सिंह और उनकी पहली पत्नी पद्मा सिंह के बीच सितंबर 2016 में तलाक हो गया था. दोनों ने आपसी समझौते के तहत तलाक लिया था. तलाक के बाद देवव्रत सिंह ने विभा सिंह से विवाह कर लिया था, उसके बाद नवंबर 2021 में उनका हार्ट अटैक से निधन हो गया था. जिस समय देवव्रत सिंह का निधन हुआ, तब उनकी पत्नी विभा सिंह थीं, जबकि पूर्व पत्नी पद्मा सिंह से उन्होंने दिसंबर 2016 में तलाक ले लिया था. देवव्रत के निधन के बाद अचानक संपत्ति विवाद सामने आया. मामला अभी तक न्यायालय में लंबित है.
राजनांदगाव से कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल के चुनाव प्रचार में देवव्रत सिंह की पहली पत्नी पद्मा सिंह दिखाई दे रही है। अब इसके बाद दोनों पत्नियों का विवाद लोगों के सामने आ गया जिसमे दूसरी पत्नी विभा सिंह ने वीडियो जारी करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल और पदमा सिंह पर कई आरोप लगाये और पद्मा सिंह को स्व. राजा देवव्रत सिंह की पत्नी बताने पर आपत्ति करते हुए रानी विभा सिंह ने आरोप लगाया है कि भूपेश बघेल और पदमा सिंह लगातार उनके पति दिवंगत देवव्रत सिंह के नाम का उपयोग करके खैरागढ़ और राजनांदगाँव की जनता को धोखा दे रहे हैं. मैं अपने सभी क्षेत्रवासियों से अपील करती हूँ कि इनके फैलाए भ्रम में ना आये और भ्रमित करने वालों की जगह बीजेपी को वोट करें.